गोरखपुर , उत्तर प्रदेश
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रेमचंद नगर के स्वयंसेवकों ने शहर के कोतवाली रोड स्थित चित्रकूट मंदिर में शरद पूर्णिमा उत्सव मनाया। संघ की शाखा लगा कर समूह में गीत आदि कार्यक्रम हुए। महर्षि वाल्मीकि जयंती पर महाकवि के व्यक्तित्व व कृतित्व पर चर्चा करके पूज्यनीय बनने में सहायक सद् कर्म करने का संकल्प लिया गया
भाग सह संघचालक शिवशंकर जी में विस्तार से पर्व पर विषय रखा। स्वामी डा विनय ने गोमाता व गाय के दूध व गो अर्क आदि पर विस्तार से जानकारी देकर वैज्ञानिक तथ्य को परिभाषित किया।
विधिविधान से पूजा हुई। चंद्रदेव जी की आराधना करके रश्मियों के तले भोजन, दूध व चावल के मिश्रण का प्रसाद रखकर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। अमृत वर्षा के पश्चात सुख, समृद्धि, स्वास्थ्य रक्षा की मंगलकामना करके प्रसाद ग्रहण किया गया।
पर्व पर कुछ लोगों ने आंवला के वृक्ष के नीचे खीर आदि भोज्य पदार्थ पकाकर सेवन किया। घर के साथ मंदिर व सार्वजनिक स्थानों पर कार्यक्रम हुआ। अखिलेश्वर धर द्विवेदी ने कहा कि शास्त्रों में वर्णित है कि इस दिन आकाश से अमृतमयी वर्षा से जीवन धन-धान्य से परिपूर्ण होता है। पर्व पर निरोग रहने के साथ प्रकाश मार्ग पर चलने की प्रेरणा मिलती है। पूर्णिमा का आध्यात्म व वैज्ञानिक महत्व है। इस दिन चंद्रमा पृथ्वी के समीप आने से किरणों से अमृत की वर्षा होती है। इसके प्रभाव व भोज्य पदार्थ का सेवन से मानव निरोगी बनते हैं।
प्रौढ़ प्रमुख जगदीश जी, सह संघचालक जयप्रकाश जी,नगर कार्यवाह शैलेन्द्र जी,लोकेशजी, बलराम जी, गोपाल जी,मनोज, अनुराग जी, नगर सह कार्यवाह रमाशंकर गुप्ता, आनंद,प्रवीण, राजेश, अजय ओझा, अखिलेश, दुर्गेश, आशुतोष त्रिपाठी सहित अनेक स्वयंसेवक मौजूद रहे।
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