गोरखपुर, उत्तर प्रदेश।
रमज़ान हेल्पलाइन नंबर 9454674201 पर सवाल-जवाब का सिलसिला जारी रहा। उलमा ने क़ुरआन व हदीस की रोशनी में जवाब दिया।
1. सवाल : रोज़े की हालत में अगर हैज (माहवारी) आ जाए तो उसके लिए क्या हुक्म है?
जवाब : रोजे की हालत में अगर मगरिब से पहले पहले किसी भी समय महिला को हैज आ जाए तो उसकी वजह से रोजा फासिद (टूट) हो जाएगा और पाक होने के बाद उस रोजे की कजा रखना जरूरी होगा।
2. सवाल : सदका-ए-फित्र कब निकालना चाहिए?
जवाब : ईद के दिन सुबह सादिक तुलू होते ही सदका फित्र वाजिब हो जाता है, लेकिन मुमकिन हो तो ईद से कुछ दिन पहले रमजान में ही सदका फित्र निकाल दें ताकि जरूरतमंद हजरात इसका इस्तेमाल कर ईद की खुशियों में हमारे साथ शरीक हो सकें।
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