जैसा तुम सोचोगे वैसा ही बन जाओगे... स्वामी विवेकानंद
हफ़ीज अहमद खान
कानपुर नगर, उत्तर प्रदेश।
स्वामी विवेकानंद जैसे महापुरुष सदियों में एक बार ही जन्म लेते हैं जो अपने जीवन के बाद भी लोगों को निरंतर प्रेरित करने का कार्य करते हैं यदि हम उनके बताए गई बातों पर अमल करें तो हम समाज की हर कट्टरता के साथ नशे की बुराई को दूर करने में भी सफल हो सकते हैं उपरोक्त बात नशा मुक्त समाज आंदोलन अभियान कौशल के तहत सोसाइटी योग ज्योति इंडिया के तत्वाधान में स्वामी विवेकानंद जी के जन्म दिवस राष्ट्रीय युवा दिवस के परिप्रेक्ष्य में आयोजित ई संगोष्ठी शीर्षक नशा मुक्त भारत और स्वामी विवेकानंद के विचार पर अंतरराष्ट्रीय नशा मुक्त अभियान के प्रमुख व नशा मुक्त समाज आंदोलन अभियान कौशल के नेशनल ब्रांड एंबेसडर योग गुरु ज्योति बाबा ने कही, ज्योति बाबा ने आगे कहा कि भारतीय संस्कृत में गुरु शिष्य परंपरा का उत्कृष्ट उदाहरण स्वामी विवेकानंद ने अपनी अनन्य भक्ति और निष्ठा के प्रताप से दिया जो आज अपने को आधुनिक कहने वाले छात्रों के लिए एक उत्कृष्ट उदाहरण है, ज्योति बाबा ने आगे बताया कि स्वामी जी ने अमेरिका में उत्कृष्ट भारतीय चिंतन की मिसाल बनकर भक्तों का एक बड़ा समुदाय बना लिया अपने तीन वर्ष के अमेरिका प्रवास के दौरान वहां के लोगों को भारतीय तत्वज्ञान की अद्भुत ज्योति प्रदान करते रहे, स्वामी जी का दृढ़ विश्वास था कि आध्यात्मिक विद्या और भारतीय दर्शन के बिना अनाथ हो जाएगा । ई संगोष्ठी का संचालन जिला प्रभारी झांसी विनोद कुमार धन्यवाद नेहरू युवा केंद्र के सुशील बाजपेई ने दिया। अंत में सभी को स्वामी विवेकानंद जी के आदर्शो को आत्मसात कराते हुए नशा मुक्त भारत का संकल्प ज्योति बाबा ने कराया।
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