शहाबुद्दीन अहमद
बेतिया,पश्चिमी चंपारण, बिहार।
स्थानीय नगर थाना क्षेत्र में अवस्थित,बेतिया सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एक बच्चा की मृत्यु हो जाने से उसके परिजनों के द्वारा आक्रोश में आने पर,ड्यूटी पर तैनात महिला डॉक्टर को मारना चाहा,इस घटना से नाराज इंटरन छात्रों,डॉक्टरों और नर्सों ने अपनी ड्यूटी छोड़कर चले गए,जिसके कारण सभी ओपीडी,इमरजेंसी के साथ अन्य सेवाएं बाधित हो गई,जिससे रोगियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा,कई रोगी अपने घर वापस लौट गए। प्रदर्शनकारियों ने स्ट्रेचर को लगाकर चारों तरफ से बंद कर दिया,इसके बाद नारेबाज करने लगे। इस संबंध में, संवाददाता को अस्पताल अधीक्षक,डॉ प्रमोद कुमार तिवारी ने बताया कि बीती रात बेतिया शहर स्थित बानूछापर के एक महिला को जीएमसीएच के प्रसव वार्ड में लाया गया,महिला ने बच्चे को जन्म दिया,लेकिन जन्म के बाद बच्चा नहीं रो रहा था,वहां पर तैनात डॉक्टर ने बच्चे के परिजनों को कहा कि आप लोग पीडीया वार्ड में जाकर बच्चे को दिखाएं, परिजन बच्चे को लेकर बाहर चले गए,फिर पुनःपीडिया वार्ड में आकर महिला डॉक्टर पर हमला बोल दिया,वहां पर तैनात स्वास्थ्य कर्मियों ने डॉक्टर को बचाया,बवाल कर रहे परिजनों को पुलिस ने हटाया,प्रदर्शनकारी इंटर्न मेडिकल छात्रों की मांग है कि डॉक्टर पर हमला करने वाले मरीज के परिजनों पर मुकदमा दर्ज कराई जाए। जानकारी के मुताबिक इस तरह की घटना पहले भी कई बार घट चुका है,जबकि मरीजों के परिजन बता रहे हैं कि इलाज के अभाव में इस तरह की घटना उत्पन्न होता है।स्थानीय लोगों का कहना है कि अस्पताल परिसर में दलालों का अड्डा बना हुआ है,इस पर प्रशासन को ध्यान देना चाहिए,अस्पताल में घूम रहे दलालों को पुलिस प्रशासन के द्वारा पकड़कर जेल की सजा देनी चाहिए।
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