शहाबुद्दीन अहमद
बेतिया, बिहार।
इन दिनों डेंगू के कहर से शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में,हलचल मची हुई है। जिला से लेकर राज्य तक डेंगू केआतंक से सभी लोग परेशान हैं,सरकारी तौर पर भी कई तरह के उपाय का इंतजाम किया गया है,जिससे रोगियों को आसानी से इलाज किया जा सके। इस संबंध में जीएमसीएच बेतिया में भी डेंगू वार्ड बनाया गया है,जिसमें कम से कम 20 रोगियों को रखने का प्रबंध किया गया है। इनके लिए मच्छरदानी,बेड, चादर एवं अन्यआवश्यक सामानों का भी प्रबंध पूर्ण रूप से कर लिया गया है,ताकि डेंगू के मरीजों को इलाज करने में किसी तरह का कोई भी परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े।डेंगू के मरीजों के जांच के लिए एलाईजर रीडर मशीन का इस्तेमाल करके, दवा का छिड़काव करके रोगियों को बचाया जा रहा है।
जिला पदाधिकारी,दिनेश कुमार राय ने अस्पताल प्रशासन,नगर निगम प्रशासन को दवा का छिड़काव करने हेतुआदेश दिया है,इसके लिए मास्टर प्लान भी तैयार कर लिया गया है। इसी क्रम में, मेडिकल कॉलेजअस्पताल के ओपीडी में जांच के दौरान चार डेंगू रोग ग्रसित मरीजों को पहचान की गई है,जिसका सैंपल जांच उपरांत सेंट्रल लाइब्रेरी को भेज दी गई है, इस रोग से पाए गए मरीजों में अधिकांश नगर निगम क्षेत्र के व्यक्ति पाए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग के दिए गए निर्देश के आलोक में सिविल सर्जन डॉक्टर,श्रीकांत दुबे ने डेंगू मरीजों की पहचान को लेकर यहां ग्रामीण क्षेत्रों में अभियान चलाया रखा है वही नगर निगम क्षेत्र में चार मरीजों के पहचान डेंगू से घोषित पाई गई है,शहरी क्षेत्र में भी यह अभियान चलाया जा रहा है, थोड़ी सी जागरूकता बरतने पर इस रोग से बचा जा सकता है। मगर बहुत ही खेद की बात है कि जीएमसीएच बेतिया में डेंगू के मरीजों के लिएअभी तक प्लेटलेट्स की व्यवस्था नहीं हो सकी है,यह अलग बात है कि डेंगू के प्रकोप से बचने के लिए फागिंग मशीन के द्वारा जीएमसीएच के प्रत्येक वार्ड में शहरी क्षेत्र में भी दवा का छिड़काव किया जा रहा है।
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