पूर्व राष्ट्रपति डॉ कलाम की जयंती पर मना विश्व छात्र दिवस।
मेंहदावल, संत कबीर नगर, उत्तर प्रदेश। भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम जी का पूरा जीवन ही छात्रों के उत्थान व उनके सर्वांगीण विकास में व्यतीत हुआ था। छात्रों के प्रति प्रेम हर कार्यक्रम में उनकी प्राथमिकता होती थी। इसीलिए उनके जन्मदिन को विश्व छात्र दिवस मनाया जाता है। यह बातें विद्यालय पर उनकी जयंती मनाते हुए बीईओ ज्ञानचंद्र मिश्र ने कहा।
उन्होंने कहा कि उनका हमेंशा यह मानना था कि छात्र ही देश की अनमोल धरोहर हैं। उन्ही के सहारे हम विकसित भारत का स्वप्न साकार कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि मिसाइल मैन के नाम से प्रसिद्ध और इस क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाने वाले पृथ्वी, अग्नि, त्रिशूल, नाग व आकाश जैसी कई मिसाइलों के जनक डॉक्टर कलाम के जयंती पर बच्चों में वैज्ञानिक सोच को विकसित करने व विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे- नवोदय, विद्या ज्ञान, इंस्पायर अवार्ड व राष्ट्रीय आय योग्यता परीक्षाओं की तैयारियों में संबल प्रदान करने तथा शिक्षा के महत्त्व पर प्रकाश डालने हेतू उच्च प्राथमिक विद्यालय कुसुम्हां, सांड़ें खुर्द, टड़वां, कुसौना खुर्द, भिटिया़ खुर्द, कुसौनां कलां, नंदौर और कंपोजिट विद्यालय दक्षिण पट्टी, उत्तर पट्टी,तुलसीपुर, परसा पांडेय, समदा, नारायनपुर, नौगों, बनकसिया समेत कई विद्यालयों पर 1:30 से 2:00 बज़े के बीच में निबंध, चित्र, अंत्याक्षरी, वादविवाद प्रतियोगिता आयोजित किया गया।
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