शहाबुद्दीन अहमद
बेतिया, बिहार
इन दिनों व्यस्तम शहरी क्षेत्र में
ट्रैक्टर और ट्रॉली से ईंट की ढुलाई का काम बेधड़क हो रहा है, प्रशासन के रोग के बावजूद भी यह सिलसिला हमने का नाम नहीं ले रहा है, इसके साथी प्रशासनिक पदाधिकारी मूकदर्शक बने हुए हैं। इसकी सत्यता का नजारा स्थानीय नगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत राज ड्योढ़ी परिसर में देखा जा सकता है,जहां ओवरलोडेड ट्रैक्टर ट्रॉली का अड्डा बन गया है,यहां प्रतिदिन दर्जनों ट्रैक्टर ट्राली वाले ईट लादकर खड़े रहते हैं, यहीं से यूट्यूब की बिक्री होती है जिले के अलग-अलग इलाकों से ट्रैक्टर टोली यहां पहुंचते हैं पड़ोसी जिला गोपालगंज से भी ईट लाकर ट्रैक्टर थोड़ी आते हैं ओवरलोडिंग से हाथ से हो रहे हैं इसके बावजूद प्रशासन सख्त नहीं दिख रहा है समय-समय पर अभियान चलाने की बात कही जाती है फिर भी ओवरलोडिंग पर रोक नहीं लग पा रही है ट्रैक्टर ट्राली का उपयोग खेती के लिए होता है लेकिन आप इसका इस्तेमाल व्यावसायिक कार्यों में भी हो रहा है। बाजार से माल ढुलाई,सरिया,सीमेंट, ईट,मिट्टी और बालू ढोने में इसका इस्तेमाल हो रहा है, कई लोगों तोअपनी गाड़ी में चारोंओर से बड़े-बड़े लकड़ी से घेर कर बड़ा डाला बना लिए हैं,जिसे सामान की ढुलाई अधिक हो रही है, अधिक मुनाफा कमा रहे हैं।
ओवरलोडेड ट्रैक्टर/ट्राली से सामान ढुलाई करने के क्रम में घटना बहुत हो रही है,इसी के कारण कई चौक चौराहों पर, मृत्यु की घटना भी सुनने को मिल रही है। तेज रफ्तार से ट्रैक्टर ट्राली चलने से इसके जद मे बच्चे, वृद्ध,महिलाएं आ जा रही हैं, जिससे घटना घट जा रही है,साथ ही मृत्यु की दर भी बढ़ती जा रही है,इस पर संबंधित विभाग को निगरानी रखनी चाहिए ताकि घटना दुर्घटना नहीं हो सके।
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