शहाबुद्दीन अहमद
बेतिया, बिहार
लघु उद्यमी योजना के तहत ₹2 लाख रुपया अनुदान की राशि लेने में लाभुकों के द्वारा जो प्रमाण पत्र जमा किया गया था,उसने 50 लाभुक का प्रमाण पत्र फर्जी पाया गया।
प्रखंडों से पोर्टल पर ऑनलाइनआवेदन जमा करने वालों ने फर्जीआय प्रमाण पत्र अपलोड करने में 50 लाभुक गलत पाए गए हैं। संबंधित विभाग के द्वारा स्कूटीनि करने के क्रम में 50 लाभुक का प्रमाण पत्र फर्जी पाया गया।
इस योजना का लाभ लेने के लिए इन लोगों ने प्रशिक्षण भी प्राप्त कर लिया है,मगर प्रमाण पत्र गलत पाए जाने पर इन पर कार्रवाई की जाएगी। गलत आय प्रमाण पत्र जमा करने वालों में नौतन प्रखंड, और नरकटियागंज प्रखंड सबसेअधिकआवेदक हैं, इसमें महिलाएं भी शामिल हैं।
फर्जी वादे की जांच के लिए तीन सदस्य टीम गठित की गई है।इस योजना के लिए 72 हजार वार्षिक आय वाले ही से आय प्रमाण पत्र जमा करना है,फर्जी प्रमाण पत्र जमा करने वाले आवेगा का डेटाबेस तैयार किया जा रहा है,ताकि इन पर कार्रवाई की जा सके।
विभाग के महाप्रबंधक, रोहित राज ने संवाददाता को बताया कि गलत प्रमाण पत्र जमा करने वालों को स्कूटीनि के माध्यम से उनकाआवेदन छांट दिया जाएगा। सरकार ने इस योजना के तहत हो ₹2 लाखअनुदान राशि देती है, ताकि बेरोजगारअपना रोजगार चलाकर,स्वरोजगार होकर कमाई कर सकें, जिससे बेरोजगारी की समस्या दूर हो सके।
© Copyright All rights reserved by India Khabar 2025