लोहार समाज ने कहा – समाज की मिली नई पहचान
रिपोर्ट:विनोद विरोधी
गया |जिले के शेरघाटी प्रखंड के गोला बाजार मोहल्ला निवासी अधिवक्ता सुश्री आभा रानी को जिले में लोहार समाज की प्रथम अधिवक्ता एवं न्याय मित्र के रूप में चयनित होने पर सम्मानित किया गया। उन्हें अंगवस्त्र, पेन एवं डायरी भेंट कर सामूहिक अभिनंदन किया गया। सुश्री आभा रानी के पिता जयप्रकाश विश्वकर्मा लोहे से भांति-भांति के औजार बनाकर अपने परिवार का पालन-पोषण करते हैं। आर्थिक रूप से अत्यंत साधनहीन परिवार से आने के बावजूद उन्होंने अपने बच्चों को शिक्षित करने का संकल्प लिया। लोहार समाज के परंपरागत पेशे को निभाते हुए उन्होंने अपनी पुत्री को अधिवक्ता बनाने का स्वप्न साकार किया।उनके परिवार में दो पुत्र और एक पुत्री हैं। पुत्र विकास कुमार विश्वकर्मा मगध विश्वविद्यालय में अध्ययनरत हैं, जबकि छोटा भाई बारहवीं की पढ़ाई कर रहा है। समाज के लिए यह उदाहरण प्रेरणादायक है कि सीमित संसाधनों में भी दृढ़ निश्चय और परिश्रम से किसी भी मुकाम को हासिल किया जा सकता है। इस अवसर पर बिहार लोहार आदिवासी संघर्ष मंच के संरक्षक भीम विश्वकर्मा, प्रदेश समिति के सक्रिय सदस्य देवेंद्र प्रताप,राजेश विश्वकर्मा, पप्पू विश्वकर्मा समेत लोहार संघर्ष मोर्चा के प्रखर नेता संजय विश्वकर्मा सहित कई सामाजिक एवं राजनीतिक लोगों ने अधिवक्ता आभा रानी को सम्मानित किया है और कहा है कि इस उपलब्धि से लोहार समाज के आत्मसम्मान और सामाजिक चेतना की नई शुरुआत हुई है। सभी लोगों ने यह भी साझा किया कि यह सम्मान न केवल एक व्यक्ति का, बल्कि पूरे समाज की उन्नति का प्रतीक है। आभा रानी जैसी बेटियाँ आज समाज के बदलाव की अगुवा बन रही हैं।ऐसे प्रतिभावान और संघर्षशील युवाओं को समाज आगे भी प्रोत्साहित करेगा और उनके लिए आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराने की दिशा में ठोस प्रयास करेगा।
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