शहाबुद्दीन अहमद
बेतिया, बिहार।
दीपावली अर्थात दीपउत्सव पांच दिनों का उत्सव होता है, जिसमें धनतेरस,नरक चतुर्दशी,दिवाली,गोवर्धनपूजा भैयादूज जैसे उत्सव शामिल है,लेकिन इस साल दिवाली 2025 दीपोत्सव कैलेंडर पांच नहीं बल्कि 6 दोनों का होगा।
पंचांग केअनुसार कार्तिक महीने के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि से लेकर शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि तक दीपोत्सव मनाया जाता है। दीपत्सव 5 दोनों का प्रमुख त्यौहार होता है,जिसमें धनतेरस,नरक चतुर्दशी,चतुर्थी छोटी दीवाली,मुख्य दिवाली, लक्ष्मीपूजन,गोवर्धनपूजा, भैयादूज जैसे महत्वपूर्ण उत्सव बड़ी धूमधाम से मनाए जाते हैं,इसलिए कहा जाता है कि दिवाली एक दिन का नहीं बल्कि 5 दोनों तक चलने वाला पर्व है,जो धनतेरस से शुरू हो जाता है।इस साल दीपावली पर्व की शुरुआत 18अक्टूबर 2025 से हो रहा है,जो 23अक्टूबर 2025 तक चलेगा।त्रयोदशी तिथि में बढ़ोतरी के कारण दीपोत्सव 6 देने का होगा,जिसमें, त्रयोदशी तिथि दो दिन पड़ेगी। तिथि में घटबढ़ के कारण त्योहारों में भीअंतर हो जाता है,किस तिथि को कौन सा त्योहार मनाए जाएंगे,इसके बारे में पूर्ण जानकारी दी जा रही है।
शनिवार18अक्टूबर-इस दिन दोपहर 12:19 मिनट तक द्वादशी तिथि ही रहेगी,इसके बाद त्रयोदशी तिथि लग जाएगी।ज्योतिष के माने तो 18अक्टूबर के दिन से लेकर रात्रि तक त्रयोदशी तिथि रहेगी इसलिए इसी दिन धनतेरस का त्योहार मनाना शुभ रहेगा।
रविवार19 अक्टूबर -19 अक्टूबर को भी त्रयोदशी तिथि दोपहर 1:51तक रहेगी इसलिएआपको तुलसी की पूजाऔर खरीदारी इस दिन भी कर सकेंगे। इस दिन भगवान धन्वंतरि की पूजा के लिए भी अभिजीत मुहूर्त शुरू होगी।
सोमवार 20 अक्टूबर- कार्तिक कृष्ण की चतुर्दशी तिथि को नरकचतुर्दशी या छोटी दीवाली मनाई जाती है,जो कि 20अक्टूबर 2025 तक रहेगी।इस दिन चतुर्दशी तिथि दोपहर 3:45 तक रहेगी
इसके बादअमावस्या तिथि लग जाएगी।अमावस्या तिथि में प्रदोषकाल में लक्ष्मीपूजन का विधान है,इसलिए 20 अक्टूबर को ही सुबह नरक चतुर्दशी मनाई जाएगी,और फिर शाम के समय प्रदोष काल में लक्ष्मी पूजन किया जाएगा।
मंगलवार 21अक्टूबर - दिवाली केअगले दिनऔर दीपउउत्सव के चौथे दिन वैसे तो गोवर्धनपूजा का महत्व है, लेकिन गोवर्धनपर्व कार्तिक शुक्ल की प्रतिपद तिथि को मनाई जाती है,जबकि इस दिन सुबह से लेकर दोपहर तक अमावस्या तिथि ही रहेगी इसलिए गोवर्धन पूजा 21 अक्टूबर को नहीं होगी।
बुधवार 22अक्टूबर -उदय तिथि केअनुसार इस दिन का कार्तिक शुक्ला की प्रतिपदा तिथि रहेगी,इसलिए 22 अक्टूबर को लोग घरऔर मंदिरों में गोवर्धनपूजा करेंगे, और भगवान कृष्ण को अन्नकूट भोग लगाया जाएगा।
गुरुवार 23 अक्टूबर - यह दीपक उत्सव का छठा दिन रहेगा,जिसमें भैयादूज मनाई जाएगी।कार्तिक शुक्लपक्ष की द्वितीया तिथि को बहनअपने भाई को घर बुलाकर टीका लगती है,भोजन कराती है,साथ ही दीर्घायु होने की कामना करती है।
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