हफ़ीज अहमद खान
कानपुर नगर, उत्तर प्रदेश।
विश्व मोटापा दिवस" या "वर्ल्ड ओबेसिटी डे" के उपलक्ष में इस वार्ता में आए हुए डॉक्टरों ने जनता को इस बीमारी के दूरगामी परिणाम और इलाज के बारे में बताया।
अध्यक्षा डॉ नंदिनी रस्तोगी ने बताया कि यह दिवस विश्व में मोटापा यानी अत्याधिक वजन से होने वाली दिक्कतो, बीमारियों व परेशानियों के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए मनाया जाता है । डॉक्टर नंदिनी रस्तोगी ने बताया की अधिक वजन वाले लोगों में शुगर की बीमारी की संभावना ज्यादा होती है और शुगर कंट्रोल में भी दिक्कत आती है ।
डॉक्टर ऋषि शुक्ला जो कि शहर की जाने माने एंडोक्राइनोलॉजईस्ट है ने बताया कि आजकल नई दवाइया आ गई है जिस से मोटापा और शुगर दोनों कंट्रोल करने में आसानी होती है लेकिन उसके लिए मरीजों को जागरूक होना पड़ेगा और डॉक्टर से संपर्क करके अपनी दवाइयां व्यवस्थित करनी पड़ेगी।डॉक्टर पीयूष मिश्रा जो कि शहर के जाने-माने गैस्ट्रो फिजिशियन है उन्होंने कहा वजन कम करने के लिए आजकल एंडोस्कोपिक वैरायटी के बेरिएट्रिक प्रोसीजर भी उपलब्ध है अपने शहर में और उनकी मदद से वजन कम किया जा सकता है और मोटापे से होने वाली दिक्कत से बचा जा सकता है।सचिव डॉक्टर कुणाल सहाय ने बताया की मोटापा बहुत सारी बीमारियों की जड़ है व एक मोटापे को कम करके आदमी अपनी शुगर, बीपी , यूरिक एसिड जोड़ों की तकलीफ, कोलेस्ट्रॉल, दिल की बीमारी से काफी हद तक बचाव कर सकता है और अपने जीवन शैली में सुधार करके एक अच्छा जीवन जी सकता है ।
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