सैय्यद फरहान अहमद
गोरखपुर, उत्तर प्रदेश।
रसूलपुर स्थित एसटी (सैयद तसनीम) चिल्ड्रेन एकेडमी से ओपन बुक कॉम्पिटिशन का आगाज हुआ। शहर में ओपन बुक पर आधारित यह पहला कॉम्पिटिशन है। जिसे लेकर बच्चों में जबरदस्त उत्साह दिखा। 'द स्टोरी ऑफ हजरत अबू बकर व उमर' बुक के जरिए करीब आधे घंटे में तीस बहुविकल्पी सवालों का जवाब विभिन्न कक्षाओं में पढ़ने वाले करीब 60 से अधिक बच्चों ने बहुत ध्यानपूर्वक दिया। ओपन बुक कॉम्पिटिशन का आयोजन अल कलम एसोसिएशन, मकतब इस्लामियात, जामिया अल इस्लाह एकेडमी व ट्रैवेल प्वाइंट के जरिए किया जा रहा है। कॉम्पिटिशन का परिणाम एक सप्ताह के अंदर घोषित कर पहला, दूसरा व तीसरा स्थान प्राप्त करने वाले बच्चों को पुरस्कृत किया जाएगा। वहीं प्रतिभाग करने वाले सभी बच्चों को सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा। जल्द ही ओपन बुक कॉम्पिटिशन अन्य स्कूल, कॉलेज व मदरसों में भी आयोजित किया जाएगा।
स्कूल की प्रधानाचार्या डॉ. शगुफ्ता मरियम अब्बासी ने कहा कि ओपन बुक कॉम्पिटिशन एक मूल्यांकन पद्धति है जिसमें परीक्षार्थियों को परीक्षा के दौरान अपनी पाठ्य-पुस्तकों, नोट्स या अन्य अनुमोदित सामग्री को देखने की अनुमति होती है। यह रटने के बजाय छात्रों की समझ, आलोचनात्मक सोच और ज्ञान को लागू करने की क्षमता का मूल्यांकन करने पर केंद्रित होता है। ओपन बुक कॉम्पिटिशन से बच्चों का किताबों से जुड़ाव होता है। बच्चे किताब पढ़ने के लिए प्रेरित होते हैं।
ओपन बुक कॉम्पिटिशन के संयोजक कारी मुहम्मद अनस नक्शबंदी, आसिफ महमूद व नेहाल अहमद ने कहा कि ओपन बुक कॉम्पिटिशन रटने के तनाव को कम करता है। सकारात्मक सीखने का माहौल बनाता है। कॉम्पिटिशन का उद्देश्य रटने की प्रक्रिया को कम करना और समस्या-समाधान कौशल पर जोर देना है। ओपन बुक कॉम्पिटिशन में सैयद रेहान तसनीम, आलिया परवीन, गुलफिशां अंजुम, गुल रुख जबीं, गुलशन आरा, अनम फातिमा, सैयदा आबिद, शहनवाज सिद्दीकी, अनअमता, जवेरिया रियाज, अलमा अकरम, जीनत, उम्मे सलमा, सदफ नसरीन आदि ने सहयोग किया।
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